mantras
Monday, November 6, 2017
Sunday, October 30, 2011
श्री हनुमानजी का आकर्षण मन्त्र
श्री हनुमानजी का आकर्षण मंत्र
"ॐ नमो आदेश गुरु को। हनुमान का ध्यान जाने। सारे राम-चन्द्र के काज। भूत को वश करे। वादी को मारे। धारे तेल और सिन्दूर, जासे भागे बैरी दूर। सत्य वीर हनुमान, बरस बारह का जवान। हाथ में लड्डू, मुख में पान। हनुमान गुणवन्ता, गजवन्ता धारे तार। गद्दी बैठे, राज करन्ता। अञ्जनी की दुहाई। पवन-पिता की दुहाई। सीता-सती की दुहाई। तेरी शक्ति, गुरु की भक्ति। फुरो मन्त्र, ईश्वरो वाचा।"
विधिः- जब विशाखा नक्षत्र में 'चन्द्र-ग्रहण' हो, तब उक्त मन्त्र का जप आरम्भ करे। प्रतिदिन १००० जप ४० दिन तक करे। ४० हजार जप पूरा होने पर एक क्रम पूर्ण समझे। प्रतिदिन मन्त्र का स्मरण करता रहे। श्री हनुमानजी की सहायता की सदा अपेक्षा रखे। समय मिलने पर आगे १० क्रम करले, तो सदैव के लिए सिद्ध हो जाएगा।
"ॐ नमो आदेश गुरु को। हनुमान का ध्यान जाने। सारे राम-चन्द्र के काज। भूत को वश करे। वादी को मारे। धारे तेल और सिन्दूर, जासे भागे बैरी दूर। सत्य वीर हनुमान, बरस बारह का जवान। हाथ में लड्डू, मुख में पान। हनुमान गुणवन्ता, गजवन्ता धारे तार। गद्दी बैठे, राज करन्ता। अञ्जनी की दुहाई। पवन-पिता की दुहाई। सीता-सती की दुहाई। तेरी शक्ति, गुरु की भक्ति। फुरो मन्त्र, ईश्वरो वाचा।"
विधिः- जब विशाखा नक्षत्र में 'चन्द्र-ग्रहण' हो, तब उक्त मन्त्र का जप आरम्भ करे। प्रतिदिन १००० जप ४० दिन तक करे। ४० हजार जप पूरा होने पर एक क्रम पूर्ण समझे। प्रतिदिन मन्त्र का स्मरण करता रहे। श्री हनुमानजी की सहायता की सदा अपेक्षा रखे। समय मिलने पर आगे १० क्रम करले, तो सदैव के लिए सिद्ध हो जाएगा।
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